दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन: अंबेडकर का पोस्टर, भगत सिंह की तुलना… क्या अरविंद केजरीवाल अब किसी दलित नेता को बनाएंगे सीएम?
अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा की है, और यह भी स्पष्ट किया है कि मनीष सिसोदिया आगामी सीएम नहीं होंगे। इस ऐलान के बाद, दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन बनेगा, इस पर अटकलें और चर्चाएं तेजी से बढ़ गई हैं
दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन: अंबेडकर का पोस्टर, भगत सिंह की तुलना… क्या अरविंद केजरीवाल अब किसी दलित नेता को बनाएंगे सीएम?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि वह दो दिन में मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देंगे। आम आदमी पार्टी के हेडक्वार्टर में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल ने बताया कि इस्तीफे के बाद अगले मुख्यमंत्री के चयन के लिए आप के विधायक दल की बैठक होगी। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट किया कि मनीष सिसोदिया, जो पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं, दिल्ली के अगले मुख्यमंत्री नहीं होंगे। इस घोषणा के बाद यह सवाल उठ रहा है कि दिल्ली का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा?
अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा और पार्टी में बदलाव
तिहाड़ जेल से रिहा होने के बाद से अरविंद केजरीवाल की ऊर्जा में वृद्धि देखी गई है। उन्होंने जेल से लौटने के बाद डॉ. भीमराव अंबेडकर का पोस्टर अपने साथ रखा था और आज अपने भाषण में शहीद भगत सिंह का कई बार जिक्र किया। इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि केजरीवाल के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) में किसी दलित नेता को मुख्यमंत्री पद पर बैठाया जा सकता है।
दलित विधायकों की स्थिति
दिल्ली विधानसभा में आम आदमी पार्टी के पास वर्तमान में 60 सीटें हैं। दलित विधायकों की बात करें तो पार्टी के पास पहले 12 दलित विधायक थे, लेकिन राजेंद्र पाल गौतम और राज कुमार आनंद जैसे प्रमुख दलित चेहरों के पार्टी छोड़ने के बाद, अब कुलदीप कुमार को पार्टी का प्रमुख दलित नेता माना जा सकता है।
सीएम पद के संभावित दावेदार
कुलदीप कुमार: कोंडली से विधायक कुलदीप कुमार को सीएम केजरीवाल का करीबी माना जाता है। हालांकि हाल ही में उन्हें पूर्वी दिल्ली सीट से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन उनकी राजनीतिक अनुभव और पार्टी के प्रति निष्ठा उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाती है।
राखी बिरला: मंगोलपुरी सीट से विधायक राखी बिरला, जिन्होंने बहुत ही कम उम्र में चुनाव जीतकर सुर्खियां बटोरी थीं, एक और संभावित उम्मीदवार हैं। वह गरीब परिवार से आई हैं और उनकी राजनीति में उत्कृष्टता और पार्टी में योगदान उन्हें एक मजबूत दावेदार बनाता है।
बीजेपी का तर्क और आगामी चुनाव
सीएम केजरीवाल के इस्तीफे के बाद बीजेपी नेताओं ने यह दावा किया कि उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। हालांकि, यह तर्क कई जानकारों द्वारा खारिज किया जा रहा है, क्योंकि दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल फरवरी 2025 में समाप्त हो रहा है और अगले चुनाव में केवल कुछ महीने का समय बचा है।
अरविंद केजरीवाल ने यह भी कहा कि वह चुनाव आयोग से मिलकर दिल्ली और महाराष्ट्र में चुनाव को एक साथ कराने की मांग करेंगे। यदि नवंबर में विधानसभा चुनाव होते हैं, तो दलित चेहरे को प्राथमिकता देने से पार्टी को वोटों के संदर्भ में फायदा हो सकता है।
क्या होगा अंबेडकर और भगत सिंह का प्रभाव?
अरविंद केजरीवाल ने अंबेडकर और भगत सिंह का उल्लेख करते हुए यह संकेत दिया है कि वह दलित समुदाय को राजनीतिक रूप से सशक्त बनाने के पक्षधर हैं। यह प्रश्न उठता है कि क्या उनके नेतृत्व में दिल्ली में किसी दलित नेता को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा, जो सामाजिक और राजनीतिक बदलाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।
अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ को दर्शाता है। अगले मुख्यमंत्री का चयन पार्टी के लिए एक चुनौती होगी, और यह देखने वाली बात होगी कि पार्टी कौन सा चेहरा पेश करती है। इस राजनीतिक बदलाव के साथ, दिल्ली की राजनीति में नए समीकरण उभर सकते हैं।